हाइकु
1
चाँद हर्षाया
तिरंगा ओढ़कर
जग मुस्काया।
2
हिंद की राखी
प्रज्ञान है डाकिया
रिश्ता महका।
3
विक्रम गया
हाल-चाल जानने
चाँद के घर।
4
मामा बुलाते
दूर के रिश्ते अच्छे
'टूर' में खर्चे।
5
विश्व मानता
'इसरो' जब बोले
चाँद मेरा है।
6
चाँद उत्सुक
धरा की स्नेह पाती
प्रज्ञान बाँचे।
.....
रमेश कुमार सोनी
कबीर नगर-रायपुर
छत्तीसगढ़
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