अक्षरलीला


मेरा अक्षय तृतीया-
         'अक्षरलीला' हिंदी हाइकु में मेरा यह तीसरा संग्रह है जो अतिशीघ्र आपके पास होगा। 
         अयन प्रकाशन-दिल्ली से यह प्रकाशित हो रहा है। 

मेरा पहला हिंदी हाइकु-संग्रह 'रोली अक्षत'-2004 है जो छत्तीसगढ़ का पहला हिंदी हाइकु-संग्रह है। 'गुरतुर मया' मेरा छत्तीसगढ़ी का हाइकु-संग्रह है। 

रमेश कुमार सोनी
रायपुर


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