1
भौरों ने
छुआ
कली से
फूल हुई
स्पर्श का
जादू
पालकी
दौड़ी आयी
महकी तो
कुचली !!
2
आँखों की
भाषा
मौन से
मौन तक
प्यार ही
प्यार
दिल कहते
- बूझे
बाकी गाल
बजाते ।
3
मीत के
गाँव
इमली मीठी
लगे
प्रीत का
स्वाद
दिन - रात
बेचैन
दवा , हकीम थके ।
4
जीत का
स्वाद
संघर्षों
की हांडी में
पके तो
मीठा
बधाई
ढेरों मिले
लोग
रेसिपी माँगे !
5
धूप -
कोहरा
खेलें आँख
मिचौली
सखी -
सहेली
दौड़ - भाग
मचाती
मायके में
नखरा ।
6
खोजे
चिड़िया
कटे वन
में ठौर
हत्यारा
कौन ?
दुनिया
हुई मौन
शोक मना
के छुट्टी !
7
कुएँ -
तालाब
साझा
संस्कृति पाले
तेरे न
मेरे
व्यथा -
कहानी सुने
सुख -
दुःख निभाते ।
8
झक मारने
तालाब तट
बैठे
लोग बगुले
वक्त
दोनों को ताके
साथ उठा
ले जाने ।
9
ताकती
आँखें
शून्य में
निहारतीं
कोई आएगा
अहल्या औ
शबरी
राम सा
बेटा कभी ।
10
नीड़ में
बीते
चार दिन
जिंदगी
बसे -
उजड़े
सबको पार
जाना
तेरा -
मेरा जो छूटे ।
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