1
जन्मी जो कली
पत्तियाँ छिपा लेतीं
फूले , दिखाती ।
2
चिता दहके
प्रश्न लादे लौटते
बेताल पीठ ।
3
जिंदा रहते
पेड़ों पे खोदे नाम
पेड़ सिसके ।
4
मोहक दृश्य
अनारकली खिली
इश्क का रंग ।
5
रिश्ते , विश्वास
दंगों में राख हुए
बैर उगते ।
6
युवा उमंग
फुनगी का सौन्दर्य
जग सराहे ।
7
गुम डाकिया
गूगल की दुनिया
खुशी विधवा ।
8
गुलाब कली
मदहोश यौवन
रूपसी साध्वी ।
--- --- ---- --- ---
वाह, उत्कृष्ट सृजन, हार्दिक बधाई महोदय🙏🙏
ReplyDelete