फुलेरा
(विश्व का प्रथम छत्तीसगढ़ी सेदोका संग्रह- रमेश कुमार सोनी)
अब तक किसी अन्य बोली में भी सेदोका प्रकाशित नहीं हुआ है इसलिए छत्तीसगढ़ी बोली में इस संग्रह के प्रकाशित होने से छत्तीसगढ़ी समृद्ध होगी।
आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग-रायपुर से यह संग्रह- 'फुलेरा' प्रकाशित होने जा रहा है जो विगत वर्ष से लंबित था। यह मेरे लिए गर्व का विषय है। इस तरह जापानी साहित्य की तीनों विधाओं में मैंने अपना संग्रह प्रकाशित करते हुए अपनी साहित्यिक जिम्मेदारी निभायी है, जो इस प्रकार हैं-
1
हरियर मड़वा- विश्व का प्रथम छत्तीसगढ़ी ताँका संग्रह।
2
गुरतुर मया- छत्तीसगढ़ी की सर्वाधिक संख्या वाला हाइकु संग्रह।
3
फुलेरा- विश्व का प्रथम छत्तीसगढ़ी सेदोका संग्रह।
फुलेरा के सेदोका एवं उसमें संगृहित उपखंड का विवरण ऊपर दिया गया है।
रमेश कुमार सोनी
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