छत्तीसगढ़ी राजभाखा दिवस मं जम्मो संगवारी मन ला गाड़ा-गाड़ा बधाई। छत्तीसगढ़ी ला असल के राजभाखा बने के उम्मीद करन अउ संगे -संग एखर प्रचार-प्रसार करके एला पोट्ठ बनाई। एखर साहित्य ल घलो विकसित करना हे इही बर मोर ए नानकुन जोरन प्रस्तुत हे-
1 हरियर मड़वा-
छत्तीसगढ़ी के विश्व मं पहिली ताँका संग्रह
2 गुरतुर मया-
छत्तीसगढ़ी के अब तक ले सबसे ज्यादा हाइकु वाले
संग्रह।
ए दुनो संग्रह ल आप मन के आशीर्वाद के अगोरा हे।
जय छत्तीसगढ़-जय छत्तीसगढ़ी।
जोहार।
रमेश कुमार सोनी
रायपुर,छत्तीसगढ़
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