' झुला झूले फुलवा ' -हिंदी साहित्य का प्रथम ताँका E BOOK .

 


   झुला झूले फुलवा 

                हिंदी हाइकु का छत्तीसगढ़ में प्रथम एकल संकलन - ' रोली अक्षत ' और मेरा दूसरा हाइकु संग्रह - ' पेड़ बुलाते मेघ ' एवं विश्व का प्रथम छत्तीसगढ़ी ताँका संग्रह -' हरियर मड़वा ' के उपरांत आप सबके समक्ष प्रस्तुत है - 

हिंदी साहित्य का  प्रथम ताँका संग्रह जो E BOOK के रूप में   AMAZON  KINDLE में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हुआ -
    ' झुला झूले फुलवा ' 
               पृष्ठ-114  मूल्य-220 रु. / 2.99 डॉलर 
विवरण-
भूमिका - श्री रामेश्वर कम्बोज 'हिमांशु'-नोएडा 
शुभकामनाएँ- डॉ.सुधा गुप्ता जी - मेरठ 

मेरी इस पुस्तक में कुल 11 उपखंड हैं जिनमें 344 ताँका संग्रहित हैं -

     1-झूला झूले फुलवा, 2-पिया साँवरे, 3- तराशने का दर्द, 4-माटी का पुतला, 5- रिश्तेदारियाँ, 6-प्रेम- रंग भिगोए, 7-कोरोना का खौफ, 8-हमर छत्तीसगढ़, 9- आँसू सूखे हैं 10-यादें छेड़तीं  और 11-नई दुनिया

     कृपया इस पुस्तक को पढ़िए और अपने विचार रखिएगा | 


रमेश कुमार सोनी [ बसना ]
कबीर नगर - रायपुर ,छत्तीसगढ़ 
संपर्क - 7049355476 





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