


हिन्दी साहित्य में हाइकु की धरोहर -
हाइकु की अवधारणा और हिंदी हाइकु संसार
डॉ. पूर्वा शर्मा - वड़ोदरा [ गुजरात ]
हिंदी हाइकु की यह पुस्तक डॉ. पूर्वा शर्मा जी ने लिखी है आप एक प्रतिभाशाली युवा रचनाकार हैं | आपने लगभग समस्त हिंदी हाइकुकारों के हाइकु एवं विविध पत्र - पत्रिकाओं का गहन शोध किया है जिसके उपरांत हमें हिंदी हाइकु की यह धरोहर मिली | इस शोध ग्रन्थ के कारण आपको सरदार वल्लभ भाई पटेल विश्वविद्यालय गुजरात द्वारा पी. एच. डी. की उपाधि से सम्मानित किया गया है , इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं |
इस कार्य को साधने आपने हिंदी हाइकु के समस्त पुरोधाओं को पढ़ा है उनसे बातें की है विशेषकर - डॉ. सुधा गुप्ता जी - मेरठ एवं रामेश्वर काम्बोज जी हिमांशु - नोएडा | इनके सानिध्य में आपने अपनी लेखनी को संवारा है जो काबिले तारीफ है |
इस पुस्तक को पढ़ना यानि हाइकु की दुनिया में डुबकी लगाने जैसा है ; यह मेरा सौभाग्य है कि मुझे यह जानने का अवसर मिला | शेष समीक्षा में .......
मेरी अनंत शुभकामनाएँ ....
रमेश कुमार सोनी , बसना


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