१
प्रेम
बिरवा
मन
आँगन उगे
चाहें
ना चाहें ||
२
प्रीत
की बातें
हारे
वही जीतता
संत
बताते ||
3
इश्क
का भांडा
फूटे
गली – मोहल्ला
चर्चा
का दंगा ||
4
दिल कम
है
दिलदार
विरले
प्रेम
दुनिया ||
5
प्रिय
देखने
आइना
मचले है
क्या
तासीर है ?
6
पिया
बाग़ में
फूल शर्म
से छिपे
वही
खिले है ||
7
रोता
कोई है
आंसू
कहीं टपके
प्यार
के कस्बे ||
8
प्यार
का दिया
आंधी –
तूफान डरे
दिल
जलाता ||
9
मन
आँगन
यादों
की छमाछम
छले
सनम ||
10
कम ना
ज्यादा
इश्क
में ना कायदा
सर्वस्व
त्यागा ||
11
प्यार
खामोश
जग शोर
करता
आधी
गागर ||
12
मासूम
दिल
कहर
ढाती जुल्फें
उड़े तो
फंसे ||
पत्र
प्यार का
सुर्ख
होठों के निशां
दिल
में छपा ||
14
नाजुक
पैर
नर्म
दूब से जले
प्यार
कथाएं ||
15
प्यार
की बेड़ी
भ्रम
में नयी पीढ़ी
क्यों
हड़बड़ी ?
16
आईना
टूटा
हूस्न के दीदार से
सब्र
छलका ||
.............................
No comments:
Post a Comment