खुशियों
वाले हाइकु
१
रिश्तों
का साथ
ख़ुशी
के गाँव तक
बहाने
बड़े ||
२
ख़ुशी
की परी
मिले
तो चिन्हें कैसे ?
भीड़
शहरी ||
३
ख़ुशी
की गली
बैंड -
बाजा , बारात
प्रेम
से बजी ||
४
लौटी
खुशियाँ
दर्द
आहट सुन
रोती
सखियाँ ||
५
सुख का
बीन
मौज –
मस्ती के नाग
झूमे
तल्लीन ||
६
ख़ुशी
का पता
संघर्षों
वाला रास्ता
प्रीत
मोहल्ला ||
७
मायके
आती
ख़ुशी
बेटी के जैसी
नहीं
रूकती ||
८
ख़ुशी
अतिथि
उल्टे
पाँव लौटती
नहीं
टिकती ||
९
जल्दी
भागते
ख़ुशी
के नन्हें पाँव
दुःख
के गाँव ||
१०
ख़ुशी
का मृग
जीवन
मरीचिका
प्यासा
ही रहा ||
११
दर्द
के गाँव
ख़ुशी
की चिट्ठी आयी
बैरंग
लौटी !!
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