1
बाढ़ ले डूबे
खेत , मकान , गाँव
यादों में  जिन्दा ||

2
स्वप्न के गाँव
खोजें सच के ठाँव
हवा – हवाई ||

3
स्वप्नों का मेला
बाजार ने सजाया
जेब ठगाया ||

4
भूख की नींद
स्वप्न छेड़ते डरे
भोर जगाते ||

5
प्यार का मौन
गढ़े किस्सा – कहानी
सब चौधरी ||

6
मेघ जो रोते
सावन - भादो बाढ़
चुप ना होते ||

7
ख़ुशी की कूची
रंग इन्द्रधनुषी
धूप का मेला ||

8
कोई ना भूले
महबूब की गली
मार्ग एकांगी ||

9
प्रेमी बहके
बागीचे भी शर्माते
लोग ठिठके ||

10
माया महिमा
पैसा लिए ढूंढ़ता
चैन – सुकून ||

……………      …………


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