सुख - दुःख के हाइकु


1
ख़ुशी का पता
संघर्षों वाला रास्ता
दु:खी मोहल्ला ||

2  
रिश्तों का साथ
ख़ुशी के गाँव तक
बहाने बड़े ||

3
ख़ुशी की परी
मिले तो चीन्हें कैसे ?
भीड़ शहरी ||

4
दर्द का बीज
अश्रु , मोती हो गया
आँख की सीप ||

5
दर्द के गाँव
ख़ुशी की चिट्ठी आयी
बैरंग लौटी ||

6
दर्द पहाड़
नदी बन निकली
दिल दो फाड़ ||

7
मचली यादें
सागर थर्रा उठे
खट्टे – मीठे से ||

8
यादें म्यान में
समर्पण चाहते
जब निकले ||

9
दुखती यादें
पत्थर की लकीरें
अश्रु में दिखे ||

10
यादों ने बुने
घटनाओं के जाल
फंसे तो मरे ||

11
दर्द के आंसू
जब कलम लिखे
सिसकी पढ़े ||

12
दर्द नगरी
आंसू , आहें , सिसकी
एक मौसम ||

13
पीर जो पाला
साधु – मलंग हुआ
दुआ बाँटता ||

14
दर्द बाज़ार
गिरेबान झाँकते
जेब से डरे ||

15
दर्द निभता
हँसी – ख़ुशी से सदा
इश्क की गली ||

…………………….




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