खुशबू वाले हाइकु



प्यार खुशबू
छिपे नहीं छिपाए
होती गुफ्तगू ||


तन महके
लोग खींचे आते हैं
बेमन लौटे ||


स्वेद खुशबू
किसान खुश सदा
यही जुस्तजू ||

संघर्ष पाले
चरित्र की खुशबू
मिसाल बने ||


बाग बैठे हैं
प्रदूषण से डरे
खुशबू लिए ||


दुआ का फल
सत्कर्मों की खुशबू

लोग गाते हैं ||

No comments:

Post a Comment